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फीफा वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में फ्रांस को हराकर अर्जेंटीना की टीम तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनी

 

अर्जेंटीना की टीम तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनी। इस वर्ल्ड कप की जीत के साथ लियोनल मेसी का वो सपना भी पूरा हो गया जिसे उन्होंने 16 साल पहले 2006 में अपने पहले वर्ल्ड कप के दौरान देखा था। मेसी का यह 5वां वर्ल्ड कप था और 2021 में ब्राजील को हराकर कोपा अमेरिका जीतन के बाद यह उनकी दूसरी बड़ी उपलब्धि रही। अटकलें यह भी थीं कि वर्ल्ड कप के बाद मेसी रिटायरमेंट की घोषणा कर देंगे। फाइनल मुकाबले के बाद उन्होंने खुद अपने रिटायरमेंट को लेकर अपडेट दिया।

वैसे यह तो कह सकते हैं कि 35 वर्षीय लियोनल मेसी का यह आखिरी वर्ल्ड कप था, लेकिन वह अब वर्ल्ड चैंपियन के तौर पर आगे खेलते रहेंगे या नहीं इस पर कई अटकलें लग रही थीं। पर मेसी ने अब खुद सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए बयान दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार मेसी ने फाइनल मैच के बाद यह साफ कर दिया कि, वह अर्जेंटीना के लिए एक वर्ल्ड चैंपियन के तौर पर आगे भी खेलते रहेंगे। जिसके बाद यह कहा जाने लगा है कि शायद मेसी ने अभी रिटायरमेंट को लेकर अपना मन बदल दिया है।

हालांकि, कुछ वक्त पहले मेसी ने खुद कहा था कि कतर में आयोजित यह टूर्नामेंट उनका आखिरी फीफा वर्ल्ड कप होगा और वह फाइनल मुकाबले को अपने आखिरी मैच के रूप में खेलेंगे। लेकिन सामने आए उनके ताजा बयान में वह बोले,’नहीं, मैं अपनी नेशनल टीम (अर्जेंटीना) से संन्यास नहीं ले रहा हूं। मैं अर्जेंटीना की जर्सी में वर्ल्ड चैंपियन की तरह खेलना जारी रखूंगा।’ अर्जेंटीना के वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद लगातार यही कहा जा रहा था कि किसी भी वक्त मेसी संन्यास की घोषणा कर सकते हैं लेकिन अब शायद इसको लेकर रुख साफ हो गया है।

फाइनल मुकाबले में फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच एक रोमांचक भिड़ंत देखने को मिली। इस मुकाबले में अर्जेंटीना की जीत के हीरो लियोनल मेसी रहे। मेसी ने ही मैच का पहला गोल कर अर्जेंटीना को बढ़त दिलाई थी। इसके बाद 90 मिनट से आगे जब आधे घंटे का अतिरिक्त समय दिया गया उस वक्त भी मेसी ने गोल कर दिया था। जब मुकाबला फुल टाइम तक 3-3 की बराबरी पर खत्म हुआ तो पेनल्टी शूटआउट में भी मेसी ने एक गोल किया। पेनल्टी में अर्जेंटीना ने फ्रांस को 4-2 से हराकर तीसरी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। मेसी टूर्नामेंट में 7 गोल के साथ दूसरे टॉप स्कोरर रहे। फ्रांस के एम्बाप्पे टॉप पर थे और 8 गोल के साथ उन्होंने गोल्डन बूट का पुरस्कार जीता।

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