अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर डिएगो माराडोना की ऐतिहासिक ‘हैंड ऑफ गॉड’ गेंद की नीलामी पूरी हो गई है।1986 के फुटबॉल विश्व कप में अपने हाथों से मशहूर गोल करने वाले माराडोना की वह गेंद ट्यूनीशियाई रेफरी ने 24 लाख डॉलर (करीब 19 करोड़ रुपये) में नीलाम कर दी थी।उस खास गेंद को खरीदने के लिए ब्रिटेन के ग्राहम बड ने बुधवार को लंदन में आयोजित एक नीलामी कार्यक्रम में 20 लाख पाउंड खर्च किए।
गौरतलब है कि मैक्सिको में अर्जेंटीना और इंग्लैंड के बीच खेले गए उस क्वार्टरफाइनल मैच में माराडोना ने अपने हाथ से अजीबोगरीब तरीके से गोल किया था. इसके बाद उस मैच में रेफरी रहे ट्यूनीशिया के अली बिन नासिर ने गेंद अपने पास रख ली 36 साल पुरानी इस गेंद की एक और खासियत थी कि पूरे मैच में इसका इस्तेमाल होता था, वहीं आज के दौर में भी कई गेंदों का इस्तेमाल होता है।बिन नासिर ने नीलामी से पहले कहा था कि इस गेंद को दुनिया के साथ साझा करने का सही समय है।उन्हें उम्मीद थी कि इसका खरीदार इसे सार्वजनिक प्रदर्शनी के लिए रखेगा।
बता दें कि इससे छह महीने पहले दिवंगत माराडोना द्वारा उस मैच में पहनी गई जर्सी की भी नीलामी हुई थी। उस जर्सी के लिए 9.2 मिलियन डॉलर (75 करोड़ रुपये से अधिक) की सफल बोली लगाई गई थी।
मैच की बात करें तो अर्जेंटीना और इंग्लैंड के बीच हुए उस क्वार्टर फाइनल मैच में माराडोना दौड़कर इंग्लैंड के गोलपोस्ट के पास बॉक्स में घुस गए और फिर इंग्लैंड के गोलकीपर पीटर शिल्टन को हराकर नेट पर हाथ मार दिया. माराडोना ने तब इसे उस समय भगवान का हाथ कहा था। इसी मैच में चार मिनट बाद माराडोना ने एक और ऐतिहासिक गोल किया। उन्होंने गोल करने के लिए इंग्लैंड के पांच खिलाड़ियों और गोलकीपर को हराया, जिसे गोल ऑफ द सेंचुरी भी कहा जाता है। उस मैच को अर्जेंटीना की टीम ने 2-1 से जीता था और बाद में माराडोना की कप्तानी में उन्होंने वर्ल्ड कप का खिताब भी अपने नाम किया था.