पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल रविवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। इस हाई वोल्टेज एनकाउंटर का सभी को बेसब्री से इंतजार है। वर्ल्ड कप में दोनों टीमों का सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा। इस वर्ल्ड कप में दोनों टीमों का सेमीफाइनल तक खेलना मुश्किल लग रहा था। लेकिन आज दोनों टीमें फाइनल में हैं। अगर कोई भी टीम फाइनल जीत जाती है तो वे वेस्टइंडीज के दो टी20 विश्व कप जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी। पाकिस्तान ने साल 2009 में और इंग्लैंड ने साल 2010 में टी20 वर्ल्ड कप जीता था।
फाइनल मैच से पहले दोनों टीमों के टी20 इंटरनेशनल के आमने-सामने के आंकड़ों पर गौर करें तो इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान से काफी आगे है।दोनों टीमों के बीच कुल 28 मैच खेले गए हैं। जिसमें से इंग्लैंड ने 18 और पाकिस्तान ने 9 मैच जीते हैं। वहीं एक मैच बेनतीजा रहा है। टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड का पलड़ा भारी है. दोनों टीमों के बीच कुल 2 टी20 वर्ल्ड कप मैच खेले गए हैं। दोनों में इंग्लैंड की टीम जीती है। आंकड़ों के मामले में इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान से बेहतर है। लेकिन पाकिस्तान की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए इंग्लैंड उन्हें हल्के में लेने की गलती नहीं करेगा.
टूर्नामेंट में पाकिस्तान टीम के सफर पर नजर डालें तो 1992 के वनडे वर्ल्ड कप की यादें ताजा हो जाती हैं. उस वर्ल्ड कप में भी पाकिस्तान की टीम काफी मुश्किलों के बाद फाइनल में पहुंची थी और चैंपियन बनी थी।1992 में पाकिस्तान ने मेलबर्न में ही फाइनल में इंग्लैंड को हराकर अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफी जीती थी। पाकिस्तान के पास इतिहास दोहराने और 1992 में इंग्लैंड से मिली हार का बदला चुकता करने का मौका है।
इस वर्ल्ड कप में दोनों टीमों का सफर काफी हद तक एक जैसा रहा है। दोनों टीमें सुपर 12 चरण में छोटी टीमों से हार गई थीं। पाकिस्तान को जहां जिम्बाब्वे से हारना पड़ा, वहीं इंग्लैंड को आयरलैंड से हारना पड़ा। दोनों टीमें सुपर 12 के टेबल टॉपर्स को हराकर फाइनल में पहुंचीं. पाकिस्तान और इंग्लैंड का सेमीफाइनल तक खेलना मुश्किल लग रहा था. लेकिन अंत में दोनों टीमों ने फाइनल में जगह बनाई। रविवार को पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच रोमांचक फाइनल देखने को मिल सकता है।